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A Junior’s Imagination!!!
Chapter:3 January में 2nd सेमेस्टर शुरू हुआ. Results आने' वाले थे ,और विशाल की हालत ऐसी थी जैसे उसे पता हो की वो फ़ैल है बस official declaration का वेट कर रहा हो.रिजल्ट'स Notice Board पर लगे अपना स्कोर देख वहाँ से तुरंत भाग लिया की कोई स्कोर न पूछ ले.पर उस की रफ़्तार से भी तेज रफ़्तार से किसी ने उस का पीछा किया और दूर से अपने पास बुला कर पूछा...विशाल तुम पास हो गए ना ...!!! मैंने कहा था ना की तुम पास हो जाओगे ,और मैं सही थी ....विशाल एक पल में आम से ख़ास हो गया और वहाँ खड़े तमाम लोगों में खुद को सब से बेहतर महसूस कर रहा था ,उसे लगा सब लोग उसे ही देख रहे है एक senior सिर्फ विशाल को Congratulations बोल रही थी और इतनी खुश लग रही थी जैसे exam टाप कर लिया हो ,मुस्कान बंद ही नहीं हो रही थी .अब विशाल के क्या कहने glad हो गया बंदा और बोला "अगर आप मेरे साथ ना होती तो शायद मैं पास ना हो पाता,मैं आज कितना खुश हूँ बता नहीं सकता, पर इतना जनता हूँ ये सब आप की वजह से ,जिंदगी भर ये एहसान नहीं भुला सकता हूँ ....." ...'your always welcome..' बोल कर चली गयीं ,
विशाल अंतिम झलक तक उन को देखता रहा जब तक उन की स्कूटी faculty के बाहर ना चली गयी.ये बात दिल को छु गयी थी की ma'am को भी रिजल्ट का उतना इंतज़ार था जितना मुझ को !wow! i m so lucky to have seniors like you gorgeous. :-)
बात मुझे पता चली तो मैंने डांटा उस को की ,यार एक काफी के लिए तो पूछ लेता ,treat देने की बात तो दूर रही इतना अच्छा मौका था ,मना भी ना करती, और बेटा तू बस मुस्कुराता ही रह गया .
वो faculty सिर्फ उतना आती थी जितने से Attendance Shortage वाला लेटर घर ना पहुँच जाये और विशाल 100% attendance वाला था ,इस लिए maam faculty में कम ही दिखती थी .और जब भी दिखती थी हैरान, परेशान और भागते हुए .जब भी बात होती 'i was busy' or ' i m busy' or 'I'll be busy' जरुर कहती थी.शायद यही favorite dialogues था .खुद को 'Always free & will be free' बताने वाला विशाल नहीं समझ पा रहा था की आखिर ये इतना Busy क्यूँ रहती हैं ,faculty आने तक का टाइम नहीं मिलता है....
विशाल ने फ़ोन किया तो फिर बीजी वाली बात हुई, तो उस ने इसी बीजी पंन्ति पर एक जोक बोल दिया, फिर क्या था माँ'ऍम भड़क गयी और बोला इस समय शाम के ८:४५ हो रहे हैं और मैं कॉलेज ड्रेस में ही हूँ पता है तुम को ..सुबह से कुछ खाने तक का टाइम न मिला ../? मेरे पास दिन भर बहुत सारे काम होते हैं समझे और फ़ोन कट कर दिया ,लगा की बहुत गुस्सा है !!!विशाल सारी वाले समस सेंड किये पैर किसी का एक का भी reply नहीं आया .बेचारा सोच सोच के परेशान था की यार कोई कोई reply नहीं क्या हो सकता है ......होता क्या ___सिर्फ विशाल के sms का रेपली नहीं करना चाहती थी ..और वो गुस्सा भी नहीं थी..hahaha
एक दिन विशाल ने कुछ पूछा और कहा जो कुछ पता हो प्ल्ज़ अभी बता दीजिये तो कल मिलने की बात की बोली .और कल तो वो आयीं ही नहीं और आया एक sms की'... i m sick will teach u later on.. ' विशाल को लगा इतना आज इतना वेट किया और ये क्या ..कहीं ये बहाना तो नहीं बना रही हैं...??
अगले दिन वो दोस्तों के साथ था, और ma'am ने उसे बुला कर अपनी एक book दी और और बताया की, ऐसे- ऐसे ,यहाँ-यहाँ ,ये पढना ,ये छोड़ना ,मैंने सब mark कर दिया है confuse मत होना ,
जहाँ ना समझ आये आ के पूछ लेना, और मैं तुम्हारे पीछे -पीछे नहीं भागुंगी OK .वो अपना senior वाला गुस्सा दिखा रही थी लेकिन बीच में हंसी आ जाने से पूरा impression नहीं पड़ रहा था .:-P :-P
विशाल ने apni बात kahi तो .बोला ...मैं तुम से बहाना करतीं हूँ क्या :-O...आज तक कभी बहाना किया है तुम से ..huh__.?:-(
दिलचस्प बात तब हुई जब कल से End Semester Examination शुरू हो रहे थे और विशाल ने syllabus देखा तो होस उड़ गए , ek सुब्जेक्ट तो बिलकुल नया-नया लग रहा था.बस फिर क्या था ma'am से बताया ..और library आ कर पढने के लिए राजी हो गयी . Preparation leave होने से faculty बंद थी .सिर्फ library और office खुली थी .विशाल campus में खड़े हो कर इंतज़ार कर रहा था और सच में ma'am आ गयी ,कंधे पर रेशमी शाल रखे हुए बिलकुल परी सी दिख रही थी .विशाल बस देखता रह गया ,लेकिन गधे ने तारीफ के एक शब्द भी न बोले .
दो तीन घंटे कब बीते पता न चला पर इतने में Syllabus complete कर दिया बीच में जब डांट पड़ती की अभी तक सो रहे थे क्या ? पता है मैं कितना busy थी ......और कैसे आई हूँ ,ये सब तो हम ने खुद नहीं पढ़ा.......सिर्फ इतना पढ़ लो ज्यादा पढ़ के भी कुछ नहीं होने वाला ....जब खुद नहीं पढ़ा है तो मुझ से क्यूँ पूछ रहे हो.... etc .बेचारा विशाल yes,no,fine,ok किये जा रहा था ,और शायद मन में कह रहा था की आप हो न तो फिर पहले से टेंसन लेने की क्या जरुरत है .अब तो पेपर अभी हो जाये हम पास हो लेंगे ,आप जो भी बोलती हो मुझे याद सा हो जाता है. ;-)
ma'am ने पूछा अब ठीक है पहले से ठीक है जैसे इलाज के बाद डॉक्टर, मरीज से पूछता है क्या आप पहले से बेहतर महसूस कर रहे हैं और " हाँ "में जवाब पा कर घर निकलने के chair से उठी ,विशाल सोच रहा था थोड़ी देर और रूक जाती तो कितना अच्छा होता ,काश मेरे पास फूलों का गुलदस्ता और चाकलेट होता तो एक मीठा सा थैंक्स बोलते, ♥
विशाल इतनी सी बात से बहुत खुश हुआ ,और लगा की जैसे पेपर आउट कर लिया हो .1000 बार Thank you बोलता वो भी कम था .Exams के पहले जब दोस्त call receive मतलब time waste समझते, किसी ने इतना टाइम दिया तो ख़ुशी तो होगी ही ना......:-) :)

बाय-बाय बोलने का बिलकुल मन न था क्यूँ की एक्साम्स के बाद लम्बी छुट्टी होने वाली थी .कॉलेज टाइम में रोज बात तो नहीं फिर भी दिख जातीं थी ,इतना ही बहुत था ,और विश करने का एक भी मौका न छोड़ता था .कभी हंस के जवाब देंती ,कभी बिना देखे ,बिना कुछ बोले ही आगे बढ़ जाती थी ,अगर रूक गयीं तो क्या बात है ,how are you भी पूछ लेता !!
कल सुबह पेपर था और उस का मन पढने में बिलकुल न था .ये सोचने में मगन था क्यूँ कोई किसी की इतनी मदद कर सकता है ,मेरे में ऐसी क्या बात है ,अभी दोस्तों को काल करो तो अच्छे से बात भी नहीं करंगे कल पेपर जो है ,और इन्होने इतना टाइम आज मुझ को दिया और पढाया. आखिर क्यूँ ...कोई..
बिना अपने मतलब हम तो हम किसी को देखते तक न थे ,बात करने की बात दूर थी ,और ये क्या यार इतना Careness ,kindness, simple behavior मेरे लिए , जो खुद को professional कहतीं हैं!!it's outstanding ,sweet & lovely ♥....:)

इसी चक्कर में कल का पहला पेपर खराब हो गया पढ़ ही नहीं पाया था .पूरी बात हमारे सामने आयीं तो हमने बताया ,'वो तेरी हेल्प सिर्फ पढाई में करती हैं अगर पढ़ेगा ही नहीं तो तुझ से बात तक नहीं करने वाली ' और exam के बाद बात करने की कोशिस करो, चाहे जैसे भी,बात करने के बहाने ढूंढ, जा के पेन मांग ,पेंसिल मांग लेकिन मुझे ये भी पता था की इन सब मामलों में इंसान सुनता सब की है लेकिन करता वही है जो दिल कहता है .......
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hmmm... follow your heart... a gud lesson
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